फिल्म इंडस्ट्री में हर किसी की बराबर इज्जत होती है. चाहे कलाकार हो, फिल्म निर्देशक हो या स्पॉटबॉय, जिनको स्पॉटदादा कहकर बुलाया जाता है. हर कोई स्पॉटदादा की भी इज्जत करता है. रमाकांत जायसवाल भी स्पॉटबॉय हैं. लेकिन मुश्किल की घड़ी में जब किसी ने उनकी मदद नहीं की तो सलमान खान ने मदद के लिए हाथ बढ़ाया. सलमान खान अक्सर अपनी दरियादिली को लेकर चर्चा में रहते हैं.

सलीम खान ने एक बार बताया था कि हर रोज सुबह गैलेक्सी के सामने मरीज इकट्ठा होते हैं जिनसे वह डॉक्टरों के साथ मिलते हैं और जिसको जितनी जरूरत होती है उसको इलाज करने वाले अस्पताल के नाम से बीइंग ह्यूमन फाउंडेशन के जरिए आर्थिक मदद उपलब्ध करवाई जाती है. बता दें कि सीनियर स्पॉटबॉय रमाकांत जायसवाल को जब पता चला कि उनकी पत्नी को कैंसर है तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई.

रमाकांत जायसवाल ने मदद के लिए फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने से गुहार लगाई. लेकिन फेडरेशन ने उनसे सवाल पूछा कि वह उनके फेडरेशन के मेंबर है या नहीं? रमाकांत की पत्नी की तबीयत अचानक खराब हुई जिसके बाद उन्हें मुंबई के टाटा मेमोरियल अस्पताल में भर्ती कराया गया. लेकिन रमाकांत के पास पैसे नहीं थे जिसके लिए वह लोगों से मदद मांग रहे हैं. आखिरकार रमाकांत ने बीइंग ह्यूमन फाउंडेशन से मदद मांगी.
लेकिन सबसे पहले रमाकांत की मुलाकात बिल्डिंग के चौकीदारों से हुई और चौकीदारों ने रमाकांत को वहां से भगा दिया. लेकिन जब मामले की जानकारी सलमान खान के मैनेजर जॉर्डी पटेल को हुई तो उन्होंने स्पॉटदादा के साथ हुए दुर्व्यवहार के लिए खेद जताया और रमाकांत का फोन किया. जॉर्डी पटेल ने कहा- रमाकांत का फोन नंबर सलमान खान के एनजीओ बीइंग ह्यूमन को भेज दिया गया है.