
PATNA- उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने चुने गए लाभुकों की सूची जारी की, 16 हजार युवाओं को दस दस लाख का लोन मंजूर, शुरू करेंगे उद्यम- पांच लाख अनुदान और पांच लाख रुपए होगा लोन, मुख्यमंत्री उद्यमी योजनाओं के तहत किया गया चयन, पूरी चयन प्रक्रिया का लाइव प्रसारण किया गया : बिहार के 16 हजार युवाओं को अपना उद्यम शुरू करने के लिए राज्य सरकार 10-10 लाख रुपए देगी।
इनमें से पांच लाख रुपए अनुदान के रूप में होंगे। पांच लाख रुपए लोन होंगे। मुख्यमंत्री उद्यमी योजनाओं के तहत इनका चयन किया गया है। उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने शुक्रवार को आयडा भवन में चुने गए लाभुकों की सूची जारी की।
एक लाख 60 हजार लोगों को रोजगार मिल सकेगा
लाभुकों की सूची जारी करते हुए उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने कहा कि 16 हजार अभ्यर्थी अगर कम से कम 10 को भी अपने उद्यम में रोजगार देने में सफल रहते हैं तो एक साल में ही बिहार में 1 लाख 60 हजार लोगों को रोजगार मिलने का प्लॉट तैयार होगा। उन्होंने कहा कि सभी सफल लाभार्थियों को आर्थिक मदद के साथ ही उद्योग को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए ट्रेनिंग भी दी जाएगी और जब भी मदद की जरूरत होगी, उनका विभाग पूरी तरह तैयार मिलेगा। उन्होंने कहा उद्योग में बिहार को नंबर वन बनाने की मुख्यमंत्री की जिद पूरी की जाएगी।
तीनों योजनाओं के तहत कुल 62,324 आवेदन आए थे : सभी 16 हजार युवाओं का चयन मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति, जनजाति और अति पिछड़ा उद्यमी योजना, मुख्यमंत्री महिला उद्यमी योजना और मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना के तहत हुआ है। तीनों योजनाओं के तहत कुल 62,324 आवेदन आए थे। इनकी दो स्तर पर स्क्रूटनी की गई। इसके बाद 42,477 आवेदनों की सूची तैयार की गई। इन्हें एनआईसी द्वारा तैयार विशेष सॉफ्वेयर में हस्तांतरित किया गया। फिर कम्प्यूटराइज्ड लॉटरी के जरिए इनमें से 16 हजार का चयन किया गया। पूरी चयन प्रक्रिया का लाइव प्रसारण किया गया। इस मौके पर उद्योग विभाग के सभी वरिष्ठ अधिकारी, बिहार के सभी प्रमुख उद्योग संगठनों और महिला उद्योग संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
निरस्त आवेदक फिर कर सकते हैं आवेदन
उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि जिन आवेदकों का आवेदन निरस्त हुआ है, उन्हें भी निराश होने की जरूरत नहीं है। वे अगले साल फिर से आवेदन कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि निरस्त हुए सभी आवेदकों को एसएमएस या ईमेल के जरिए पूरी सूचना दी जाएगी कि उनका आवेदन निरस्त क्यों हुआ, ताकि अगले साल वो सावधानी से आवेदन भर सकें।