
बिहार को जल्द ही एक और नया जिला मिल सकता है। सरकार इसके लिए तैयारी में है। अगर ऐसा होता है तो राज्य में जिलों की संख्या 38 से बढ़कर 39 हो जाएगी। आपको बता दें कि राज्य के कई अलग-अलग हिस्सों में नए जिले के गठन की मांग लगातार ही उठती रही है। अगर सरकार एक भी नया जिला बनाती है तो दूसरे क्षेत्रों के लिए उम्मीद बढ़ जाएगी। ऐसा इसलिए क्योंकि राज्य में लंबे अरसे से कोई नया जिला नहीं बनाया गया है। राज्य मंत्रिमंडल की अगली बैठक पश्चिम चंपारण के वाल्मीकिनगर में होगी। बैठक की तिथि 21 दिसंबर प्रस्तावित की गई है। कैबिनेट सचिवालय ने प्रस्तावित बैठक के संबंध में आदेश जारी करते हुए इससे मंत्रियों और अधिकारियों को अवगत करा दिया है। संभव है कि इस बैठक में नए जिले को मंजूरी दे दी जाए।
वीटीआर के लिए राशि जारी करने पर भी हो सकता है फैसला
कैबिनेट सचिवालय के अनुसार पूर्व में वाल्मीकि नगर में 16 नवंबर को बैठक प्रस्तावित थी, जिसे अपरिहार्य कारणों से स्थगित कर दिया गया था। अब नए सिरे से नई तिथि जारी की गई है। सूत्रों की माने तो वाल्मीकिनगर में प्रस्तावित बैठक में बगहा को राजस्व जिला घोषित करने के प्रस्ताव के साथ वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना के लिए राशि जारी करने का प्रस्ताव भी मंजूर किया जाएगा।
इससे पहले पटना के बाहर तीन जिलों में हो चुकी है कैबिनेट की बैठक
मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में होने वाली मंत्रिमंडल की बैठक इसके पूर्व भी कई बार अन्य जिलों में आयोजित हो चुकी है। इसके पूर्व बेगूसराय, राजगीर, गया और पटना में गंगा नदी पर चलने वाले फ्लोटिंग रेस्टोरेंट पर हो चुकी है। यह पांचवी बैठक होगी जो पटना से बाहर आयोजित की जा रही है। आपको बता दें कि बिहार के बंटवारे से पहले रांची राज्य की उप राजधानी थी। वहां कई बार कैबिनेट की बैठक हुई है।